मासिक टेस्ट पेपर 2024( Monthly Test 2024)-मध्य प्रदेश बोर्ड में इस वर्ष कक्षा 9th-12th तक हर महीने मासिक टेस्ट पेपर लिए जा रहे है।इसके लिए कक्षा 9वी से लेकर 12वी तक का जुलाई माह का मासिक टेस्ट पेपर टाइम टेबल 2024 को जारी कर दिया है।सभी छात्र skteach वेबसाइट के माध्यम से Masik Test Paper 2024 को download कर पाएंगे।
10th Monthly Test Paper 2024
मध्य प्रदेश बोर्ड में कक्षा नवी नवी जुलाई महीने से मासिक टेस्ट पेपर के लिए टाइम टेबल जारी कर दिया गया है ।कक्षा दसवीं का पहला पेपर हिंदी विषय का 31 जुलाई को होने वाला है ।कक्षा दसवीं जुलाई मासिक टेस्ट पेपर 2024 के लिए अगर आप भी अच्छे अंक लाना चाहते हैं ,तो हमारे द्वारा दिए गए जुलाई मंथ की मॉडल टेस्ट पेपर को एक बार अवश्य पढ़ें ।
कक्षा दसवीं जुलाई मासिक टेस्ट 2024 पीडीएफ डाउनलोड
आप सभी छात्रों की सुविधा के लिए कक्षा दसवीं जुलाई मासिक टेस्ट पेपर 2024 की पीडीएफ दी गई है इसे सभी छात्र आसानी से डाउनलोड कर पाएंगे ।आपको बता दें कि यह कोई ओरिजिनल क्वेश्चन पेपर नहीं है यह जुलाई मासिक टेस्ट पेपर के लिए बनाया गया मॉडल क्वेश्चन पेपर है ।इससे सभी छात्रों को जुलाई मासिक टेस्ट पेपर 2024 में अच्छी अंक लाने में मदद साबित हो सकेगी ।
मासिक मूल्यांकन माह- जुलाई विषय-विज्ञानं पूर्णांक-20 कक्षा-दसवी नोट – सभी प्रश्न हल करना अनिवार्य है। |
प्रश्न 1 सही विकल्प चुनकर लिखिए-
1. जिन अभिक्रिया में ऊष्मा का अवशोषण होता है उन्हें कहते हैं-
(अ) ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया
(ब) संयोजन अभिक्रिया
(स) ऊष्माशोपी अभिक्रिया
(द) वाष्णीकरण अभिक्रिया
2. भोजन नली का कौन सा भाग यकृत से पित्त रस प्राप्त करता है
(अ) आमाशय
(व) अग्रालय
(स) छोटी आंत
(द) बड़ी आंत
3. प्रकाश संश्लेषण की क्रिया पौधे के किस भाग में होती है
(अ) पत्ती
(র) এর
(स) तना
(द) फूल
4 किसी पारितंत्र के घटक है-
(अ) उत्पादक
(ब) उपभोक्ता
(स) अपघटक
(द) उपरोक्त सभी
प्रश्न 2: रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
1- लोहे की वस्तुओं को ……………….. से बचाने के लिए उस पर पेंट करते हैं। (ans- संरक्षण )
2- वर्षा के पानी को एकत्रित करना व इसे उपयोग में लाना…………….कहलाता है। ( Ans- वर्षा जल संग्रहण )
3. ओजोन परत को हानि पहुँचाने वाला रसायन…………. है। ( Ans- क्लोरोफ्लोरोकार्बन )
प्रश्न 3: एक शब्द वाक्य में उत्त-र लिखिए-
1. मानव उत्सर्जन तंत्र की कार्यात्मक इकाई क्या है? – नेफ्रॉन
2. मनुष्य में मस्तिष्क और मेरुरज्जू मिलकर कौन सा तंत्रिका तंत्र बनाते है ? – केंद्रीय तंत्रिका तंत्र
4. विस्थापन एवं द्वि-विस्थापन अभिक्रिया में एक अंतर लिखिए।
अथवा
वायु में जलाने के पूर्व मैग्रीशियम रिवन को साफ क्यों किया जाता है?
5. एटीपी का पूरा नाम लिखिए। इसे ऊर्जा मुद्रा क्यों कहते हैं?
अथवा
जाइलम और फ्लोएम में 2 अंतर लिखिए।
6. तंत्रिका कोशिका का नामांकित चित्र बनाइए।
अथवा
पादप हार्मोन ऑक्सीन के 3 कार्य लिखिए।
7. प्रतिवर्ती चाप का नामांकित चित्र बनाइए।
अथवा
मनुष्य में पाई जाने वाली किन्ही 4 अंत: खावी ग्रंथियों के नाम एवं एक एक कार्य लिखिए।
Answer
Q4 Answer-
उत्तर- विस्थापन अभिक्रिया-जब कोई एक तत्व दूसरे तत्व को उसके यौगिक से विस्थापित कर देता है तो वह विस्थापन अभिक्रिया होती है।
उदाहरण-
(1) Zn (s) + CuSO4 → Zn SO4 (aq) + Cu (s)
जिंक कॉपर सल्फेट जिंक सल्फेट कॉपर
(2) Cl 2(g) + 2KI (aq) → 2 KCl (aq) + I2 (aq)
क्लोरीन पोटैशियम आयोडाइड पोटैशियम क्लोराइड आयोडीन
द्विविस्थापन अभिक्रिया- विविस्थापन अभिक्रिया में दो अलग-अलग परमाणु या परमाणुओं के समूह (आयन) का आपस में आदान-प्रदान होता है।
उदाहरण-
(1) BaCl2(aq) + Na2SO4 (aq) → BaSO4 (s) + NaNO3 (aq)
बेरियम क्लोराइड सोडियम सल्फेट बेरियम सल्फेट सोडियम क्लोराइड
(1) AgNO3 (aq) + NaCl (aq) → AgCl (s) + NaNO3 (aq)
सिल्वर नाइट्रेट सोडियम क्लोराइड सिल्वर क्लोराइड सोडियम नाइट्रेट
उपरोक्त उदाहरण विस्थापन और द्विविस्थापन अभिक्रियाओं का अंतर स्पष्ट करते हैं।
Q5 Answer – OR
जाइलम और फ्लोएम के बीच महत्वपूर्ण अंतर निम्नलिखित हैं:
जाइलम | फ्लाएम |
1. जाइलम ऊतक नलिका के आकार की संरचना है, जिसमें क्रॉस दीवारें नहीं होती हैं। यह ऊतक एक तारे के आकार जैसा दिखता है। | फ्लोएम ऊतक नलिकाकार, लम्बी संरचनाएं होती हैं, जिनमें पतली छलनी नलिकाओं वाली दीवारें होती हैं। |
2. यह संवहनी बंडल के केन्द्र में स्थित है। | यह संवहनी बंडल के बाहरी तरफ स्थित है। |
3. जाइलम तंतु छोटे होते हैं। | फ्लोएम रेशे बड़े होते हैं। |
4. वे जड़ों, तनों और पत्तियों में मौजूद होते हैं। | वे तने और पत्तियों में मौजूद होते हैं, जो बाद में जड़ों, फलों और बीजों में स्थानांतरित होकर विकसित होते हैं। |
Q6 answer OR-
पादप हार्मोन ऑक्सीन के 3 कार्य –
- वितरण: मेरिस्टेम में संश्लेषित ऑक्सिन जड़ों की ओर वितरित होता है, जिससे इसकी सांद्रता प्रवणता के माध्यम से समग्र पौधे के आकार और ऊतक विकास के बीच समन्वय की सुविधा मिलती है।
- आणविक प्रभाव: ऑक्सिन कोशिका द्रव्य प्रवाह और एंजाइम विनियमन जैसी कोशिकीय गतिविधियों को प्रभावित करता है, जो पौधों की जीवन शक्ति के लिए आवश्यक है।
- वृद्धि का विनियमन: यह वृद्धि और कोशिका प्रसार को सीधे नियंत्रित करके पुष्पन, फल विकास, कंद और कंद के निर्माण सहित प्रमुख विकासात्मक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करता है।
- फोटोट्रोपिज्म और शीर्षस्थ प्रभुत्व: ऑक्सिन फोटोट्रोपिज्म के लिए महत्वपूर्ण है, जो पौधों को प्रकाश की ओर उन्मुख करके प्रकाश संश्लेषण को अनुकूलित करने में सक्षम बनाता है। यह शीर्षस्थ प्रभुत्व भी स्थापित करता है, जो एक प्रमुख मेरिस्टेम के तहत नई शूटिंग के विकास को दबा देता है।
Q7 answer OR-
अंत: स्रावी तंत्र अंत स्त्रावी ग्रंथियों के माध्यम से कार्य करता है यह ग्रंथियां नलिका विहीन होती है। तथा अपने हार्मोन को सीधा रक्त धारा में छोड़ती है|
अंत स्त्रावी ग्रंथिया –
1. हाइपोथैलेमस : हाइपोथैलेमस डाइएनसीफेलॉन (अग्र मस्तिष्क) के आधार भाग में स्थित होता है| यह पीयूष ग्रंथि द्वारा स्रावित हार्मोन का संश्लेषण व स्त्राव का नियंत्रित करता है हाइपोथैलेमस दो प्रकार के हार्मोन का निर्माण करता है।
i. मोचक हार्मोन – यह पीयूष ग्रंथि को स्त्राव करने के लिए प्रेरित करता है
ii. निरोधी हार्मोन- पीयूष ग्रंथि से हार्मोन स्त्राव को रोकता है
2. पीयूष ग्रंथि (pituitary gland) / मास्टर ग्रंथि : यह ग्रंथि मस्तिष्क के ठीक नीचे की तरफ हाइपोथैलेमस के नजदीक पाईं जाती है। पीयूष ग्रंथि दो भागों में विभक्त होती है –
i. एडिनोहाइपोफाइसिस. (अग्रपीयूष ग्रंथि)- वृद्धि हार्मोन (सोमेटो ट्रोपिन), प्रोलेक्टिन. थायराइड प्रेरक हार्मोन (TSH), गोडोट्रॉपिन हार्मोन,ल्युटि नाइजिंग हार्मोन (LH)
ii. न्यूरोहाइपोफाइसिस (पश्च पियुष ग्रन्थि) – वेसोप्रेसिन हार्मोन, ऑक्सीटोसिन
3. पिनियल ग्रंथि – पीनियल ग्रंथि अग्र मस्तिष्क के ऊपरी भाग में पाई जाती है और मेलाटोनिन हार्मोन को स्त्रावित करती है।
4. थायराइड ग्रंथि – यह ग्रंथि श्वास नली के दोनों और स्थित होती है तथा थायरोक्सिन हार्मोन (T4) का निर्माण करती है यह हार्मोन लाल लाल रक्त कणिकाओं के निर्माण में मदद करता है। थायरोक्सिन हार्मोन निर्माण हेतु आयोडीन की आवश्यकता होती है| आयोडीन की कमी से घेंघा (goiter) रोग होता है|
5. पैरा थायराइड ग्रंथि – यह गले में थायराइड ग्रंथि के पीछे पाई जाती है। तथा पैराथार्मोन स्त्रावित करतीं हैं। पैराथार्मोन का प्रमुख कार्य रुधिर में कैल्शियम तथा फास्फेट के स्तरों का नियंत्रित करतीं हैं। इस हार्मोन की कमी से टिटेनी रोग होता है|
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